17 अप्रैल से शुरू होगा वैशाख महीना आइए जानें वैशाख माह की विशेषता और उपाय

डॉ श्रद्धा सोनी, वैदिक ज्योतिषाचार्य, रत्न विशेषज्ञ, वास्तु एक्सपर्ट

वैशाख मास, हिंदू कैलेंडर का दूसरा महीना है, हिंदू-धर्म में वैशाख को एक पवित्र माह माना जाता है। वैशाख महीने में तीर्थ में स्नान करने, पितरों को तर्पण करने फल और जल का दान करने का विशेष महत्व है। वैशाख महीने में भगवान शिव जी, विष्णु भगवान की पूजा और पीपल को पानी चढ़ाने का बहुत महत्व है। भगवान विष्णु की तुलसी पत्र से पूजा की जाती है। वैशाख माह 17 अप्रैल 2022 से शुरू होकर 16 मई 2022 तक रहेगा।

बैसाख में भगवान शिव की पूजन विधि-:

शिवलिंग ब्रम्हांड का प्रतीक हैं। वैशाख माह में शिवलिंग के ऊपर पानी का कलश या घड़ा स्थापित करना चाहिए। इस घड़े से पानी शिवलिंग पर जिस तरह बूंद-बूंद गिरता है, वैसे ही आपकी समस्याएं पानी की तरह बहकर दूर हो जाती हैं।
मान्यता है कि वैशाख माह में प्रात: काल स्नान करके भगवान शिव का जल और दूध से अभिषेक करने से ग्रह बाधाएं दूर होती हैं। सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है। भगवान भोलेनाथ जल्द प्रसन्न होने वाले देवता हैं। थोड़े से पूजन से ही वे भक्तों पर कृपा बरसाने लगते हैं।
वैशाख माह में शिवजी के जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक के साथ उन्हें उनका प्रिय पुष्प आक, धतूरा और बेलपत्र आदि अर्पित करना चाहिए। शिवजी को ऋतु फलों का भोग अर्पित करना चाहिए। इस महीने में घड़ा, सत्तू, तरबूज आदि दान करने से शारीरिक व्याधियों से छुटकारा मिलता है।

वैशाख मास में करें यह उपाय-:

  • वैशाख माह में किसी सुहागिन को साड़ी, चूडिय़ां, कुमकुम आदि सुहाग की सामग्री उपहार में दें। जो लोग यह उपाय करते हैं, उनके वैवाहिक जीवन की समस्याएं दूर होती हैं।
  • जल में केसर मिलाएं और ये जल शिवलिंग पर चढ़ाएं। इस उपाय से विवाह और वैवाहिक जीवन से जुडी समस्याएं खत्म होती हैं।
  • बीमारियों के कारण परेशानियां खत्म ही नहीं हो रही हैं, तो पानी में दूध और काले तिल मिलाकर शिवलिंग पर चढ़ाएं। यह उपाय चमत्कारी है।
  • शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय इसमें काले तिल मिलाएं। इस उपाय से शनि दोष और रोग दूर होते हैं।
  • बैसाख महीने में किसी जरूरतमंद या सुपात्र ब्राम्हण को सवा किलो या सवा पांच किलो या 11 किलो या 21 किलो गेहूं या चावल का दान करें।
  • बिल्वपत्रों पर चंदन से ऊं नम: शिवाय या श्रीराम लिखें। इसके बाद इन पत्तों की माला बनाकर शिवलिंग पर चढ़ाएं, माना जाता है इससे हर काम सिद्ध हो जाते हैं।
  • शिवलिंग पर रोज़ धतूरा चढ़ाने से घर और संतान से जुडी समस्याएं दूर होती हैं। ये उपाय संतान को सभी कार्यों में सफलता दिलवाता है।
  • नियमित रूप से आंकड़े के फूलों की माला बनाकर शिवलिंग पर चढ़ाते हैं, तो आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं।
  • लक्ष्मी की स्थायी कृपा पाना चाहते हैं तो शिवलिंग पर रोजाना साबुत चावल चढ़ाएं, इससे आपका भंडार सदा भरा रहेगा।
  • किसी जरूरतमंद व्यक्ति को अनाज, घड़े व सत्तू आदि देने से शास्त्रों में बताया गया है कि इससे सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
  • वहीं अक्षय तृतीया पर शिवजी के पूजन के उपरांत अनाज का दान करें। पानी के प्याऊ, पोंसरे आदि की स्थापना कराएं, या इसमें मदद करें। इससे अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।
  • यदि आप लंबी उम्र चाहते हैं तो शिवलिंग पर रोज दूर्वा चढ़ाएं। इससे शिवजी और गणेशजी की कृपा से सुख-समृद्धि भी बढ़ती हैं।

‼️इसके अलावा इस वैशाख माह में इन उपाय को भी कर सकते हैं-,,,,,:

-वैशाख मास में एक समय का व्रत रख सकते हैं।

  • स्नान के बाद तुलसी पूजा करें।
  • पूरे मास तुलसी पर जल चढ़ाते रहें।
  • लोटे में जल दूध गुड़ घोलकर जल चढ़ाएं।
  • पूरे मास पीले वस्त्र धारण करना चाहिए।
  • बादाम शहद वाला दूध पिएं।
  • विष्णु देव को तुलसी और शहद चढ़ाकर पूजा करते रहें।
    गंगा नहाने या तीर्थ यात्रा से सुख शांति मिलेगी।
  • वैशाख मास में गंगा स्नान करना चाहिए।
  • ख़ास तीर्थ यात्रा पर जाना चाहिए या घर में पवित्र नदियों या तीर्थ के जल रखें।
  • वैशाख मास में दान करने से बहुत लाभ होता है।
  • वैशाख मास में सुबह के समय स्नान करने से बलवान चन्द्रमा बच्चों की तर्क शक्ति और स्मरण शक्ति बढ़ाता है।

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